आजकल बैंकिंग सिस्टम बहुत आसान और डिजिटल हो गया है। हम सब अपने पैसों को सेविंग्स अकाउंट में रखते हैं ताकि सुरक्षित रहें और ज़रूरत पर इस्तेमाल कर सकें। लेकिन कई बार हम देखते हैं कि हमारे बैंक अकाउंट में बैलेंस माइनस (Negative Balance) में चला जाता है। यानि -100 या -200 रुपये दिखने लगता है। सवाल उठता है – क्या बैंक ऐसा कर सकते हैं? क्या ये लीगल है? और अगर ऐसा होता है तो हमें क्या करना चाहिए?
Negative Balance क्या होता है?
जब आपके बैंक अकाउंट में जितना पैसा होना चाहिए, उससे ज़्यादा कट जाता है, तो अकाउंट का बैलेंस माइनस में चला जाता है। इसे Negative Balance या Overdraft भी कहा जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आपके अकाउंट में ₹400 हैं और बैंक ₹500 का चार्ज लगा देता है, तो बैलेंस -₹100 हो जाएगा।
Negative Balance क्यों होता है?
- Minimum Balance Charge: अगर आप अपने सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम बैलेंस नहीं रखते, तो बैंक चार्ज लगाता है।
- ATM/Debit Card Charges: सालाना डेबिट कार्ड चार्ज भी अचानक कट सकता है।
- SMS या अन्य सर्विस चार्ज: ये छोटे-छोटे चार्ज भी बैलेंस माइनस में ले जा सकते हैं।
- Auto Debit Failures: अगर आपने कोई EMI या मंथली प्लान सेट कर रखा है और बैलेंस कम है तो भी माइनस में जा सकता है।
क्या बैंक को माइनस बैलेंस करने की अनुमति है?
RBI के अनुसार, बैंक को यह अधिकार नहीं है कि वो कस्टमर का अकाउंट जबरदस्ती माइनस में ले जाए।
RBI का नियम: RBI ने 2014 में साफ-साफ कहा था कि:
“बैंक ऐसा कोई चार्ज नहीं लगा सकते जिससे कस्टमर का सेविंग्स अकाउंट बैलेंस माइनस में चला जाए।”
अगर बैंक को कोई चार्ज लगाना है, तो वह केवल उतना ही पैसा काट सकते हैं जितना अकाउंट में मौज़ूद है।
Yes Bank का मामला
हाल ही में RBI ने Yes Bank पर ₹91 लाख का जुर्माना लगाया क्योंकि बैंक ने अपने कई कस्टमर्स के अकाउंट को माइनस बैलेंस में डाल दिया था। RBI ने इसे अपने नियमों का उल्लंघन माना। इस केस ने फिर से सबका ध्यान इस मुद्दे की तरफ खींचा।
अगर आपका अकाउंट माइनस में चला जाए तो क्या करें?
- तुरंत बैंक से संपर्क करें: ब्रांच में जाकर या कस्टमर केयर कॉल करके जानकारी लें कि क्यों पैसा कटा।
- बैंक स्टेटमेंट चेक करें: उसमें चार्ज की डिटेल मिल जाएगी।
- शिकायत दर्ज करें: अगर आपको लगता है कि चार्ज गलत है, तो बैंक में लिखित शिकायत करें।
- RBI Ombudsman में शिकायत: अगर बैंक आपकी बात नहीं सुनता, तो आप RBI के Consumer Complaint Portal पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
कस्टमर के अधिकार क्या हैं?
- बैंक से चार्ज की जानकारी मांगना आपका हक है। बिना जानकारी दिए बैंक पैसा नहीं काट सकता।
- आप अपना अकाउंट कभी भी बंद कर सकते हैं और उस पर कोई चार्ज नहीं लिया जा सकता।
- आपका अकाउंट Zero Balance Account में भी बदला जा सकता है, लेकिन आपकी अनुमति से।
बैंक आपको पहले SMS/Email से चेतावनी देंगे।
- अगर बैलेंस नहीं बढ़ाया गया तो बैंक कुछ लिमिटेड सर्विसेस बंद कर सकते हैं – जैसे ATM कार्ड, चेकबुक आदि।
- बैंक आपसे अनुरोध कर सकते हैं कि आप Basic Savings Account में ट्रांसफर करें।
- लेकिन, ये सब प्रोसेस कस्टमर की सहमति से ही होनी चाहिए।
Negative Balance से क्या नुकसान हो सकता है?
- भविष्य के ट्रांजैक्शन पर असर: पैसा डालते ही पहले माइनस बैलेंस कट जाएगा।
- क्रेडिट स्कोर पर असर नहीं पड़ता, लेकिन बैंकिंग रिकॉर्ड खराब हो सकता है।
- अगर बार-बार ऐसा होता है, तो बैंक अकाउंट बंद भी कर सकता है।
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